जीत को जिंदा रखना Congress की चुनौती, बिकने के डर से MLAs को सेफ हाउस में रखने की तैयारी शुरू
शिमला. हिमाचल प्रदेश में कॉन्ग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी को गद्दी से उतारने के लिए किलेबंदी शुरू कर दी है। भले ही बहुमत हासिल हो चुका है, लेकिन पार्टी नेतृत्व में खुशी के साथ-साथ चिंता भी साफ झलक रही है। डर है कि कहीं जीतकर आए विधायक अपना ईमान बेच न डालें। इसी के चलते अब सभी नवनिर्वाचित विधायकों को सेफ हाउस में रखने की जुगत शुरू हो चुकी है। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो इन विधायकों को विरोधी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं के संपर्क नहीं आने देने के लिए दूसरे राज्यों में ले जाया जा सकता है।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश की जनता अपना हित देखती है। किसी भी राजनैतिक पार्टी को सिर पर नहीं बिठाती और इसी के चलते साल 1985 से अब हर चुनाव में कभी भाजपा तो कभी कॉन्ग्रेस सत्ता पर काबिज होती रही हैं। इस बार भाजपा ने यह रिवाज बदलकर मिशन रिपीट का सपना देखा था। हालांकि अभी तक के रुझान के हिसाब से प्रदेश की जनता ने भाजपा का यह सपना तोड़ दिया और कॉन्ग्रेस को मौका दे दिया है, लेकिन पार्टी जीत के बावजूद चिंता में है। इस बारे में कॉन्ग्रेस के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला का आरोप है कि सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा किसी भी हद तक जा सकती है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व को अपने साथियों को संभालकर रखना होगा।
खास बात यह है कि इन आरोपों के बीच चुनाव जीत चुके सभी विधायकों को प्रदेश से बाहर दूसरे राज्यों में ले जाया जा सकता है। पार्टी हाईकमान ने छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हिमाचल का ऑब्जर्वर बनाया है, वहीं राजीव शुक्ला और दूसरे प्रमुख नेता दिल्ली में पहले ही मोर्चा संभाल चुके हैं। विधायक दल को एकजुट रखने की चुनौती से जूझने के लिए फिलहाल भूपेश बघेल, भूपेंद्र हुड्डा और राजीव शुक्ला चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। अब यही तय करेंगे कि विधायकों को शिमला बुलाना है या चंडीगढ़। साथ ही सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि विधायकों को छत्तीसगढ़ या राजस्थान भेजा जा सकता है। रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट भी बुक कर लिया गया है। हालांकि अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है।
किस नेता ने क्या कहा?
चुनाव परिणाम तय होते ही रायपुर से फ्लाइट पकड़कर सीधे चंडीगढ़ स्थित होटल रैडिसन पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हिमाचल के नवनिर्वाचित विधायकों को रायपुर तो नहीं लाएंगे, लेकिन अपने साथियों को संभालकर जरूर रखेंगे, क्योंकि भाजपा कुछ भी कर सकती है।
हिमाचल प्रदेश के कॉन्ग्रेस महासचिव विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा गड़बड़ पार्टी है, लेकिन हमने गलतियों से काफी कुछ सीखा है। प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री चेहरा हैं। इससे पहले विधायक दल में चर्चा होगी। अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान लेगी।