…तो ये हैं सेखवां थाने के पुलिस वालों के शुभ कर्म: सिर्फ 250 ML लाहन पकड़ने के बाद डाल दिया 15 बोतल शराब का पर्चा; MLA थाने पहुंचे तो कर्मचारियों के कमरों से मिली 21 लीटर शराब, लेकिन जवाब किसी के पास नहीं
- स्थानीय लोगों की शिकायत पर आम आदमी पार्टी के बटाला विधायक अमनशेर सिंह कलसी उर्फ शैरी ने मारा थाने में छापा
- पुलिस वालों के रिहायशी कमरों को खुलवाया तो 21 लीटर अवैध देशी शराब और व्हिस्की की बरामद, 2 मुलाजिम नशे में मिले
- विधायक की शिकायत पर एसएसपी अश्वनी गोटियाल ने डीएसपी ललित कुमार को सौंपी पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी
चरणदीप सिंह बेदी/संजीव बद्धन, बटाला (गुरदासपुर)
पंजाब पुलिस की वर्दी पर लगे बैज में साफ-साफ देखा जा सकता है, ‘शुभ करमन ते कबहुं ना टरों…’। इसके दूसरी तरफ बहुत बार ऐसा भी हो जाता है, जो सोचने पर मजबूर कर देता है कि शुभ कर्म ऐसे होते हैं। हाल ही में पंजाब के पुलिस जिला बटाला में पड़ते थाना सेखवां से ऐसा ही एक शर्मनाक मामला सामने आया है। आम आदमी पार्टी के विधायक (AAP MLA) अमनशेर सिंह कलसी उफ शैरी की तरफ ये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के संज्ञान में लाए गए इस मामले पर गौर करें तो स्थानीय पुलिस ने एक व्यक्ति को सिर्फ 250 मिलीलीटर लाहन (कच्ची शराब) के साथ पकड़ा था। बाद में पुलिस ने उससे 15 बोतल अवैध शराब बरामद दिखाते हुए आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया। बाद में भांडा फूटा तो एक ओर पुलिस वालों के पास इस फर्जीवाड़े को लेकर कोई जवाब नहीं था, वहीं खुद पुलिस मुलाजिम भी नशे की हालत में मिले। फिलहाल इस मामले की एक डीएसपी को सौंपी गई है और आगे की कार्रवाई उसी के आधार पर होगी।
बटाला की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP Batala) अश्वनी गोटियाल को दी शिकायत में बटाला हलके के आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमनशेर सिंह कलसी उर्फ शैरी ने बताया कि बीते दिन उनसे हलके के कुछ लोग आकर मिले थे। उनका आरोप है कि सेखवां थाने की पुलिस ने कथित तौर पर एक छापे में एक व्यक्ति के खिलाफ अवैध शराब बरामदगी का केस दर्ज किया है। हालांकि उससे सिर्फ 250 मिलीलीटर लाहन बरामद की गई थी, लेकिन पुलिस ने झूठा केस बनाते हुए उससे 15 बोतल शराब पकड़ी गई दिखा दी।
विधायक ने बताया कि जब हलके के लोगों की शिकायत के बाद जब वह (विधायक) खुद लोगों के साथ थाने में पहुंचे तो वहां का माहौल देखकर हर कोई चौंक गया। विधायक ने थाने के रिहायशी कमरों के ताले खुलवाकर जांच की तो अंदर से 21 लीटर अवैध देशी शराब के अलावा व्हिस्की की बोतलें भी मिली।
अवैध देशी शराब के बारे में पूछताछ की गई तो इस शराब के बारे में पूछ-पड़ताल करने पर थाने में मौजूद पुलिस कर्मचारियों और खुद थाना प्रभारी के पास कोई जवाब नहीं था। विधायक ने अवैध शराब के केस में नामजद किए गए व्यक्ति से कथित तौर पर बरामद अवैध शराब की 15 बोतलों के बारे में पूछा तो भी पुलिस मुलाजिम (थाना प्रभारी भी शामिल) कोई जवाब नहीं दे सके। इतना ही नहीं, गजब तो तब हो गया, जब मौके पर मौजूद 4 पुलिस मुलाजिमों को बटाला सिविल अस्पताल भेजकर उनका चैकअप करवाया गया। इनमें से दो कर्मचरी शराब के नशे में मिले।
स्थानीय पुलिस की इस घोर लापरवाही के सामने आने के बाद विधायक अमनशेर सिंह कलसी उर्फ शैरी ने इसके बारे में एसएसपी को अवगत कराया। उन्होंने (SSP अश्वनी गोटियाल) इस मामले की जांच के लिए उप पुलिस अधीक्षक (DSP) ललित कुमार को जिम्मेदारी दी है।
डीएसपी ललित कुमार को विधायक कलसी ने आदेश दिया है कि सेखवां थाने के पुलिस मुलाजिमों की लापरवाही की उच्च स्तर पर पूरी जांच करके बनती कार्रवाई करने की दिशा में कड़ा कदम उठाया जाए। विधायक ने कहा है कि इस तरह की गुंडागर्दी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं इस मामले को देख रहे डीएसपी ललित कुमार ने बताया कि शिकायत के बाद वह खुद मौके पर पहुंचे थे। थाने में मौजूद चार पुलिस कर्मचारियों से पूछताछ की गई है, जिनमें से दो कर्मचारी शराब के नशे में पाए गए। इनके पास से बरामद 21 लीटर अवैध देशी शराब की जांच रिपोर्ट तैयार करते हुए SSP को सौंप दी जाएगी और आगे की कार्रवाई वही तय करेंगी।
यह अच्छा संकेत है…
बटाला के इस हैरानीजनक मामले में राजनैतिक हस्तक्षेप को एक अच्छे संकेत के रूप में लिया जा सकता है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि पंजाब ही नहीं, बल्कि दूसरी जगह भी अक्सर पुलिस पर राजनैतिक दबाव में नाजायज पर्चे दर्ज करने को लेकर अंगुली उठती रहती हैं, लेकिन हालिया मामले में अगर आम आदमी पार्टी के विधायक हस्तक्षेप नहीं करते तो पुलिस वालों की गुंडागर्दी का शायद भंडाफोड़ कर पाना मुश्किल ही था।