अमृतसर. अमृतसर में सोमवार को एक धर्मस्थली पर एक लड़की के साथ बदतमीजी का मामला सामने आया है। घटना स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) के गेट पर घटी। आरोप है कि यहां एक लड़की को सिर्फ इसलिए अंदर नहीं घुसने दिया, कि वह अपने चेहरे पर तिरंगा बनवाए हुए थी। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दूसरी ओर धर्मस्थली के प्रबंधन की तरफ से युवती को रोके जाने की वजह उसके पहनावे को बताया जा रहा है। शब्द चक्र न्यूज की तरफ से किसी भी एक पक्ष के दावे को सही नहीं माना जा रहा है। दोनों में कौन सच्चा है, इस बात की पुष्टि आने वाला वक्त ही करेगा। देखें VIDEO
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें सेवादार और महिला के बीच बहस होती नजर आ रही है। वीडियो को युवती ने ही रिकॉर्ड किया है। वीडियो में युवती सेवादार से कहती हुई सुनाई दे रही है कि स्वर्ण मंदिर इंडिया में ही है। बावजूद इसके सेवादार उस युवती को अंदर नहीं जाने देता। आरोप है कि सेवादार ने चेहरे पर तिरंगा बना होने के कारण युवती को अंदर जाने से रोका है। सेवादार को लड़की के साथ बड़ी बेरुखी से बात करते देखा और सुना जा सकता है। हालांकि वायरल हो रहे वीडियो में यह बात साफ नहीं हो रही है कि उसे तिरंगे की वजह से रोका गया था।
दूसरी ओर इस मामले पर एसजीपीसी की ओर से भी सफाई दी गई है। एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि युवती को तिरंगे के कारण नहीं, बल्कि उसके पहनावे की वजह से रोका गया है। साथ ही ग्रेवाल ने कहा, तिरंगा हमारे लिए भी सम्मानजनक है। तिरंगे के लिए और देश की आजादी के लिए 90% पंजाबियों ने कुर्बानी दी है। अगर सेवादार ने दुर्व्यवहार किया है तो इसकी जांच की जाएगी’।