दिल्ली की 2 साल से लापता बच्ची को हरियाणा पुलिस ने 6 दिन में ढूंढ निकाला; इस हाल में मिली गाजियाबाद से
पंचकूला. किसी भी परिवार के लिए उनके बच्चे उनकी खुशियां होते हैं। अगर बच्चे खो जाएं तो फिर मां-बाप की स्थिति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। देश में आए दिए ऐसे अनेक मामले आते ही रहते हैं। हाल ही में एक मामले में हरियाणा पुलिस ने दिल्ली के एक परिवार को उस वक्त खुशी लौटा दी, जब उनकी लाडली को पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश (UP) में ढूंढ निकाला। यहां इस मामले में खास बात यह है कि इस बच्ची को इटली के एक परिवार ने गोद लेनने की पूरी तैयारी कर ली थी।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि स्टेट क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग पंचकूला यूनिट ने सिर्फ 6 दिन में दिल्ली से 2 वर्ष से लापता बेटी को उत्तर प्रदेश से ढूंढने में सफलता हासिल की है। एएचटीयू पंचकूला यूनिट को मिली शिकायत में दिल्ली निवासी शकील अहमद ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पंचकूला से संपर्क किया और बताया कि मेरी नाबालिग बेटी जिसकी उम्र सिर्फ 5 वर्ष थी, 2021 के मार्च महीने में दिल्ली से लापता हो गई थी। पिता ने इस संबंध में शिकायत दिल्ली के जगतपुरी के नज़दीकी थाने भी में दर्ज भी करवाई थी, लेकिन 2 साल बीतने के बाद भी उसकी बेटी का कोई पता नहीं चल पाया था। पिता ने बताया उसने दिल्ली उत्तर प्रदेश के आस-पास का कोई भी जगह नहीं छोड़ी है और इसी कारण से काफी रुपए भी खर्च कर चुका था।
स्टेट क्राइम ब्रांच के एएसआई राजेश कुमार को इस बच्ची को ढूंढने की जिम्मेदारी सौंपी गई और उन्होंने शकील अहमद से बात की तो पता चला कि बेटी अपनी मां के साथ जाते हुए गुम हो गई थी। इसी आधार पर एएसआई राजेश कुमार ने दिल्ली के आसपास के सभी निजी आश्रमों में फोटो लेकर संपर्क करना शुरू किया। इसी दौरान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित घरौंडा चिल्ड्रन होम में बात की गई तो फोटो के आधार पर आश्रम संचालक ने जानकारी दी कि पिछले 2 साल में बेटी ने कभी आश्रम में अपना नाम नहीं बताया था और प्यार से सब वहां उसे मछली बोलते थे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बच्ची को गाज़ियाबाद पुलिस ने उस वक्त रेस्क्यू किया था, वह थोड़ी सी मानसिक बीमार होने के कारण किसी से बात भी नहीं करती थी। परिवार की किसी प्रकार की जानकारी न मिलने के कारण गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। पहले चेन्नई के एक परिवार ने इच्छा जताई थी, लेकिन किसी कारण से बात नहीं बन सकी। इसके बाद अब इटली के एक परिवार ने गोदनामे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी थी और 15 दिन के भीतर ही बेटी को इटली चले जाना था। गनीमत है कि हरियाणा पुलिस के होनहार अधिकारी राजेश कुमार की कोशिशें रंग लाई और अब यह बच्ची फिर से अपने माता-पिता की गोद में है।