पीट-पीटकर मार डाला युवक को, डेढ़ महीना बाद अब खुला राज; कसूर-कपड़े धोने में लगाता था Time
लुधियाना. पंजाब के लुधियाना से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक को सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला कि वह कपड़े धोता था तो हाथ थोड़ा धीरे चलता था। हत्या के बाद युवक की लाश को हत्यारों ने नहर में फैंक दिया। अब डेढ़ महीने बाद इस कत्ल के राज से पर्दा उठा है तो स्थानीय पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज करके पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी की तलाश जारी है।
मामला जिले के कस्बा पायल से जुड़ा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार अमृतसर का अमनदीप सिंह नशामुक्ति केंद्र में इलाज करवा रहा था। 2 महीने ही बीते थे कि उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। अमनदीप का भाई रविंद्र जब उससे मिलने नशा मुक्ति केंद्र पहुंचा तो नशामुक्ति केंद्र वालों ने कहा कि वह तो घर चला गया, लेकिन जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार वालों ने इसकी शिकायत संबंधित थाने में दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। नशामुक्ति केंद्र में पिछले पांच माह से इलाज करवा रहे फतेह सिंह ने पुलिस को बताया कि 21 अप्रैल को अमनदीप को उसके सामने ही सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला कि वह कपड़े धीरे धो रहा था। इसके बाद उसकी लाश को उठाकर बाहर कहीं अज्ञात स्थान पर ले गए। शक है कि इन लोगों ने अमनदीप के शव को पास से गुजरती नहर में फैंक दिया। फतेह सिंह ने आगे बताया कि जिस वक्त शव उठाकर नशामुक्ति केंद्र से बाहर ले जाया गया। उससे पहले सभी लड़कों को एक कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद शव को बाहर लेकर गए।
नशामुक्ति केंद्र वालों पर नशा करके मारपीट का आरोप
फतेह सिंह के बयान पर पुलिस ने 5 आरोपियों के खिलाफ हत्या और शव को खुर्द बुर्द करने का मामला दर्ज कर लिया। आरोपियों में नाम परनीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह व उसका भाई बिक्रम सिंह, गुरविंदर सिंह और प्रदीप सिंह के नाम शामिल हैं। इनमें से परनीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह व उसका भाई बिक्रम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। डीएसपी हरसिमरत सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसएचओ विनोद कुमार ने कहा बाकी आरोपियों को भी जल्द काबू कर लिया जाएगा। फतेह सिंह ने बताया कि नशामुक्ति केंद्र में गुप्तांगों पर डंडे मारे जाते थे और वहीं इलाज करवा रहे एक लड़के ने नाम न बताने पर कैमरे के सामने नशामुक्ति केंद्र के सभी भेद खोले। युवक ने बताया कि उनके साथ जानवरों की तरह व्यवहार किया जाता था। नशामुक्ति केंद्र वाले खुद नशा करके आते और पिटाई करते हैं।