शब्द चक्र न्यूज के संपादक की राह रोककर हथियारबंद बदमाशों ने दी सबक सिखाने की धमकी, जान-माल की रक्षा संबंधी सवाल पर DGP के सामने गवर्नर ने कही थी हिफाजत की बात
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फिरोजपुर के बस्ती टैंकां वाली इलाके की गली नंबर 9 में बुधवार देर रात की गई दहशत फैलाने की कोशिश
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स्थानीय पुलिस चौकी के स्टाफ का रवैया बेहद शर्मनाक, डीजीपी तक को शिकायत किए जाने का भी खौफ नहीं
फिरोजपुर. पंजाब के सरहदी शहर फिरोजपुर और आसपास सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ी हुई हैं। बुधवार देर रात हथियारबंद कुछ बदमाशों ने शब्द चक्र न्यूज के पंजाब-हरियाणा संपादक सुनील प्रभाकर को जान से मारने की धमकी दी है। इतना ही नहीं, इस संबंध में स्थानीय पुलिस का रवैया एकदम नकारा है। पुलिस चौकी में मौजूद स्टाफ ने लोगों की जान-माल की रक्षा की अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते हुए बड़े ही शर्मनाक लहजे में जवाब दिया, ‘हम कुछ नहीं कर सकते’। हैरत की बात तो यह है कि स्थानीय पुलिस का यह गैरजिम्मेदाराना रवैया डीजीपी के कड़े निर्देशों पर सवालिया निशान है। गौरतलब है कि बीते दिनों राज्यपाल बीएल पुरोहित और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव की प्रैस कॉन्फ्रैंस में हमारे संपादक सुनील जी ने नशे और अपराध के खिलाफ लिखने पर पत्रकारों और उनके परिवारों की सुरक्षा का सवाल उठाया था तो राज्यपाल ने कहा था,’आप बेखौफ पत्रकारिता करिए, ब्रह्मा जी की खींची माथे की तीन लकीरों को मिटाने की किसी के बाप में हिम्मत नहीं है’। बहरहाल, बीती रात की वारदात और उसको लेकर स्थानीय पुलिस के रवैये पर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से शिकायत की जाएगी।
दरअसल, फिरोजपुर में रहने वाले शब्द चक्र न्यूज के पंजाब-हरियाणा के संपादक सुनील प्रभाकर बुधवार देर रात करीब सवा 9 बजे घर लौट रहे थे तो बस्ती टैंकां वाली इलाके की 9 नंबर गली से गुजरते वक्त उनके पीछे से दो अज्ञात युवक आए, जिनके हाथों में तेज धारदार हथियार (तलवार और दरांत) थे। सुनील प्रभाकर को क्रॉस करते हुए ये लोग आगे निकल गए और इस दौरान बात कर रहे थे कि ऐसे अक्ल ठिकाने नहीं आएगी। बड़ी खबरें लगाता है। सबक तो सिखाना पड़ेगा। खतरा भांपते हुए सुनील प्रभाकर रास्ता बदलकर घर तक पहुंचे। हालांकि इस दौरान भी बदमाश दांत निकालकर हंसते रहे।
गुरुवार सुबह जब शब्द चक्र न्यूज के संपादक सुनील प्रभाकर ने बस्ती टैंकां वाली चौकी में पहुंचकर बीती रात की वारदात के बारे में शिकायत करनी चाही तो वहां मौजूद पंजाब पुलिस के तीन मुलाजिमों का रवैया बड़ा ही हैरान कर देने वाला था। उन्होंने वीडियो बनाने की बात कही। सोचने वाली बात है कि इस घटनाक्रम का वीडियो बनाया जाता या अपनी जान बचाई जाती और जब इसी संबंध में सवाल किया गया तो पुलिस वालों ने कहा कि हम कुछ नहीं कर सकते। इलाके में गश्त बढ़ाने की अपील और बीते दिनों डीजीपी के दौरे में उठी बात का हवाला देने पर भी पुलिस वालों ने बड़े ही शर्मनाक तरीके का जवाब दिया। जब उन्हें कहा गया कि इस संबंध में फिरोजपुर की एसएसपी कंवरदीप कौर और प्रदेश के डीजीपी से भी बात की जाएगी तो पुलिस वालों ने कहा कि जो मर्जी कर लो, हमें किसी बात की कोई परवाह नहीं है।
चौकी प्रभारी ने कही सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की बात
हालांकि बाद में चौकी प्रभारी बलविंदर सिंह ब्वाय से बात की तो उन्होंने इलाके में गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने का आश्वासन दिया है। उधर, इससे पहले शब्द चक्र न्यूज की तरफ से फिरोजपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कंवरदीप कौर से दो बार बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल का प्रत्युत्तर नहीं दिया। यही हाल एसपी-डी का कॉल करने पर भी हुआ। फिलहाल, इस सारे प्रकरण के बीच आम आदमी की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए इसे पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव के संज्ञान में लाया जाना बेहद जरूरी है। जब पत्रकारों के हक ही सुरक्षित नहीं हैं तो फिर आम आदमी की जान-माल की रक्षा के सपने तो भूल जाइए।