नारायण मूर्ति ने बना दिया गोद खेलते पोते को ‘भारत का सबसे छोटा अरबपति’; दिलचस्प है बच्चे का नाम
नई दिल्ली : हम सब जानते हैं कि आदमी को कमाकर पाई-पाई जोड़ने में उम्र बीत जाती है, लेकिन बड़े ही नसीबों वाले होते हैं, जिन्हें पैरों पर खड़े होना सीखने से पहले ही अरबों की दौलत हासिल हो जाती है। सच में, ये होती है किस्मत और हाल ही में ऐसा ही किस्मत का धनी एक बच्चा खासा चर्चा में है। सिर्फ साढ़े 4 महीने का यह बच्चा 240 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ भारत का सबसे छोटी उम्र का अरबपति बन गया है। यहां इस मामले में बड़ी बात यह भी है कि जितनी दिलचस्प इसके अरबपति बनने की कहानी है, उसका ही रुचिकर इसका नाम भी है। नाम है एकाग्रह, जिसका बहुत से लोग तो मतलब भी नहीं जानते होंगे।
इस खुशनसीब बालक के बारे में अंग्रेजी में पढ़ने के लिए क्लिक करें
यह खुशनसीब बच्चा कोई और नहीं, बल्कि दुनिया के चर्चित व्यक्ति नारायण मूर्ति (इंफोसिस के फाउंडर) का पोता है। बता दें कि 10 नवम्बर 2023 को नारायण मूर्ति के रोहन मूर्ति और पुत्रवधु अपर्णा कृष्णन के घर एक बच्चा पैदा हुआ था। उसका नाम एकाग्रह रखा गया है। अब नारायण मूर्ति ने अपने पोते को इंफोसिस के 240 करोड़ रुपए के शेयर गिफ्ट में दिए हैं।
एक एक्सचेंज फाइलिंग के जरिये सामने आई जानकारी के अनुसार एकाग्रह रोहन मूर्ति के पास अब इंफोसिस के 15 लाख शेयर हैं, जो भले ही कंपनी के कुल शेयरों का 0.04 फीसदी ही हैं, लेकिन अपने आप में बड़ी संपत्ति है। उधर, 1981 में 250 डॉलर से शुरू करके आज इसे भारत की सबसे सम्मानित कंपनियों में से एक बना देने वाले नारायण मूर्ति के पास कंपनी के कुल शेयरों का 0.36 फीसदी हिस्सा (1.51 करोड़ शेयर) बचा है।
एकाग्रह का क्या मतलब है?
अब बात आती है बच्चे के नामकरण की तो इसके लिए थोड़ा पौराणिक कहानियों में झांकने की जरूरत है। इस शब्द का अर्थ है ध्यान किसी विशेष चीज पर केंद्रित करने की क्षमता होता है। लगभग 6 हजार साल पहले यानि महाभारत काल (द्वापर युग के उत्तर में) पांडुपुत्र अर्जुन को भी एकाग्रह कहा गया।