SHRC ने महिलाओं और युवाओं को कराया हकों से अवगत, डॉ. भंडारी ने कहा-दोनों वर्ग समाज के अहम अंग
चंबा में शिविर लगाकर मौलिक अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के बारे में भी दी गई जानकारी, बताया-साधारण प्रार्थना पत्र से दी जा सकती है अधिकारों के उल्लंघन की शिकायत
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
हिमाचल प्रदेश के चंबा में सोमवार को राज्य मानव अधिकार आयोग (SHRC) की तरफ से एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय स्थित बचत भवन में आयोजित शिविर की अध्यक्षता करते हुए मानवाधिकार आयोग के सदस्य डॉ. अनिल भंडारी ने भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दौरान डॉ. भंडारी ने कहा कि महिलाएं और युवा वर्ग समाज का महत्वपूर्ण एवं प्रभावी अंग हैं। मानव जीवन में स्वतंत्रता, समानता और गरिमा बनाए रखने में इस वर्ग को अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए।
मानवाधिकार आयोग के सदस्य डॉ. अनिल भंडारी ने नागरिक सेवाओं से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों और विभिन्न संस्थाओं से इस पर विशेष प्राथमिकता रखने को कहा। उन्होंने कहा कि मानव अधिकारों का उचित संरक्षण और संवर्धन-सभ्य समाज एवं उत्कृष्ट शासन-प्रशासन को आईने के रूप में प्रदर्शित करता है। स्कूली विद्यार्थियों में मानव अधिकारों के प्रति जानकारी और जागरूकता के लिए भी उन्होंने आवश्यक कदम उठाने की बात कही।
इस दौरान डॉ. अनिल भंडारी ने मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हैं तो हमें अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। सभी को जीवन जीने, शिक्षा, भोजन और स्वास्थ्य आदि का समान अधिकार होता है। विधि के समक्ष सभी बराबर होते हैं। हमें लिंग, जाति आदि का भेद न करते हुए समानता पर बल देना चाहिए।
एक ओर उन्होंने कहा कि लोगों को अपने मूलभूत अधिकारों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को नैतिक जिम्मेदारी एवं समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहना चाहिए। दूसरी ओर उन्होंने यह भी बताया कि मानवाधिकार आयोग राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर और मानव अधिकार न्यायालय ज़िला स्तर पर होता है। किसी भी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों के हनन होने पर वह मानवाधिकार आयोग या न्यायालय की शरण ले सकता है। मानवाधिकार आयोग को एक साधारण प्रार्थना पत्र के माध्यम से शिकायत की जा सकती है।
इससे पहले एसडीएम चंबा अरुण शर्मा ने डॉ. अनिल भंडारी का स्वागत किया और शिविर के आयोजन के लिए हिमाचल प्रदेश मानवाधिकार आयोग का आभार भी व्यक्त किया। ज़िला कल्याण अधिकारी अनिल पुरी ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर नगर परिषद की अध्यक्ष नीलम नैय्यर, उप निदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह, स्वैच्छिक संस्था से दीपक भाटिया, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और विभिन्न विभागों का स्टाफ भी मौजूद रहा।