भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में पुलिस वालों के उस वक्त होश उड़ गए, जब यहां जमीन की खुदाई करने पर तांबे की 36 टन की खेप निकली। मामला हाल ही में थोड़े दिन पहले हुई चोरी का है, जिसकी जांच-पड़ताल के दौरान पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनकी निशानदेही पर जमीन की खुदाई कराई थी। आइए जानें 13 दिन पहले कैसे गायब हो गया था इतना माल और कैसे किया गया रिकवर…
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 29 नवंबर को गुजरात के बड़ौदा की इडालगो कंपनी के मैनेजर ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मैनेजर सुरेंद्र कुमार ने बताया था कि कंपनी का ड्राइवर 25 नवंबर को 2 करोड़ 75 लाख रुपए से ज्यादा का तांबा लेकर हरियाणा के फरीदाबाद के लिए निकला था। जब वह राजस्थान के मांडल थाना इलाके में पड़ते शाहपुरा रोड स्थित श्रीजी होटल पर ट्रक को खड़ा करके अपने परिवार से मिलने के लिए गया तो इसी दौरान किसी ने ट्रक को तांबे के साथ चोरी कर लिया।
पुलिस के मुताबिक इस मामले की जांच में कुछ स्थानीय लोगों को जांच के आधार पर हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने चोरी की बात कबूल ली। इसमें सामने आया कि भीलवाड़ा के करेड़ा थाना क्षेत्र के अर्जुनगढ़ गांव के एक सुनसान जगह पर जमीन में 10 फीट का गड्ढा खोदकर तांबे के इन तारों को छिपाकर रखा गया है।
संदिग्धों की निशानदेही पर बुधवार शाम को पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी की मदद से जमीन को खोदना शुरू किया तो एक के बाद एक तांबे के तारों के बंडल निकलने लग गए। जमीन से करोड़ों रुपए का तांबा निकलता देख वहां मौजूद लोग भी हैरानी में पड़ गए। गुरुवार सुबह तक तांबे के तारों को निकालकर ट्रक में भरवाया गया, जिसका वजन करीब 36 टन बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस द्वारा संदिग्धों से पूछताछ का क्रम जारी है। दावा है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा करेगी, वहीं इस बारे में शिकायतकर्ता कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि ये तांबा इलैक्ट्रिक आइटम बनाने के काम में आता है।