कासगंज. उत्तर प्रदेश के कासगंज में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में एक युवक की जिंदा जलकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि एक बंदर एक महिला यात्री की चप्पल लेकर भाग गया। उसे छुड़ाने की जुगत में युवक ट्रेन की छत पर चढ़ गया। वह अचानक ऊपर से गुजर रही OHE Wire की चपेट में आ गया और इसके बाद चंद सैकंड्स में राख के ढेर में तब्दील हो गया। अवशेषों को एक चादर में समेटकर रेलवे पुलिस ने नीचे उतारा और कानूनी कार्रवाई के लिए मोर्चरी में भिजवाया।
घटना उस वक्त की है, जब कासगंज से फर्रुखाबाद जाने वाली एक्सप्रैस ट्रेन 2 नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ी थी। मिली जानकारी के अनुसार एक बंदर एक महिला यात्री की चप्पल उठाकर भाग गया। बंदर चप्पल लेकर ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया। यात्रियों ने शोर मचाया तो चप्पल को बोगी के ऊपर ही छोड़कर बंदर भाग गया। स्टेशन पर काम करने वाला वैंडर अशोक चप्पल उतारने के लिए ट्रेन बोगी पर चढ़ गया। इसी दौरान वह OHE लाइन की चपेट में आ गया।
युवक को जिंदा जलता देख यात्री सहम गए। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक अशोक ने हाथ-पैर तो बहुत मारे, लेकिन कोई जोर नहीं चला। वह चीखते-चिल्लाते रहा और जलता रहा। सूचना पर रेलवे अधिकारियों ने विद्युत आपूर्ति को बंद होने के बाद अग्निशमन उपकरणों से आग बुझाई। इस प्रक्रिया में लगभग 15 मिनट का वक्त लग गया। आग बुझाने के बाद युवक का जला हुआ शव नीचे उतारा गया। मौत की सूचना पाकर परिजन रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो उनकी चीख-पुकार से यहां माहौल गमगीन हो गया।
बहरहाल, पुलिस ने शव के अवशेषों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, वहीं इस बारे में स्टेशन के मैनेजर मनोज शर्मा ने बताया कि बंदर से चप्पल छुड़ाने के चक्कर में युवक ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया और OHE की चपेट में आ गया। इससे जलकर उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद विद्युत आपूर्ति बंद होने की वजह से कानपुर से आती ट्रेन नंबर 15037 को करीब 35 मिनट तक बघारी कलां स्टेशन के नजदीक रोक दिया गया था।