जयपुर. जब भी कैलैंडर बदलता है, लोग अपने-अपने हिसाब से बीते साल को विदाई देते हैं और आने वाले साल का स्वागत करते हैं। हर साल 31 दिसंबर की रात हर तरफ मस्ती का आलत होता है। इसी मस्ती में राजस्थान के लोगों ने कमाल कर दिया। नए साल का वैलकम करने के लिए जगह-जगह जुटे राजस्थानी इस बार 111 करोड़ की दारू गटक गए। इसके बाद एक-दूसरे को Happy New Year कहा। खास बात यह है कि यह बीते कुछ बरसों में अपने आप में एक रिकॉर्ड है। वह भी तब, जबकि समाज के कुछ अच्छे पहरेदारों ने लोगों को गर्मागर्म दूध भी पिलाया। मामला हैरानीजनक है, पर है सोलह आने सच।
आबकारी विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक दो दिन (30 और 31 दिसंबर) को राजस्थान में 19.95 करोड़ रुपए की बीयर, जबकि 87.82 करोड़ रुपए की इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) यानि अंग्रेजी शराब की बिक्री हुई। इस साल ईयर एंड पर ये अब तक की सबसे रिकॉर्ड शराब बिक्री रही। बीयर और IMFL के साथ इस बार इंपोर्टेड शराब की भी जबरदस्त डिमांड रही। दो दिन के अंदर पूरे राज्य में 35.26 करोड़ रुपए कीमत की विदेशी शराब की बिक्री हुई। बड़े होटल और रिसोर्ट में इसकी सबसे ज्यादा डिमांड रही है। इसके अलावा पर्सनल पार्टियों में भी लोगों ने अपने करीबियों को इंपोर्टेड शराब पिलाई।
जयपुर की बात करें तो यह ईयर एंड नाइट सैलिब्रेशन का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन रहा। यहां आज लाखों की संख्या में देसी-विदेश सैलानी आए हैं। अतिरिक्त आबकारी कमिश्नर राकेश शर्मा ने बताया कि इसके चलते जयपुर में ही 31 दिसंबर और 1 जनवरी की पार्टी के लिए 150 से ज्यादा लोगों ने दो दिन के लिए बार का अस्थायी लाइसैंस लिया है।
उधर जहां तक पिछले आंकड़ों की बात है, इससे पहले साल 2019 में 104 करोड़ रुपए की शराब 30 और 31 दिसंबर के दिन गोदामों से बिकी थी। उस समय भी आयोजन पर किसी तरह की पाबंदी नहीं थी। लोगों ने होटल, पब, फॉर्म हाउस, रिसोर्ट में जमकर जाम छलकाए थे। साल 2021 में 30-31 दिसंबर को राजस्थान में 77 करोड़ 82 लाख रुपए की शराब बिक्री हुई। इसमें 12 करोड़ 60 लाख रुपए की बीयर और 65 करोड़ 13 लाख रुपए की अंग्रेजी शराब शामिल है।
हालांकि इस दौरान कोरोना के ओमिक्रॉन वैरियंट के आने के बाद सरकार ने जश्न पर पाबंदियां लगा दी थीं। कोरोना काल खत्म होने के कारण इस बार राजस्थान में देसी-विदेशी पर्यटक भी पहुंचे। न्यू ईयर सैलिब्रेशन करने जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, अलवर और माउंट आबू लोग घूमने पहुंचे। पर्यटकों के कारण होटल, रैस्टोरैंट्स और बार में शराब की बिक्री सामान्य दिनों की तुलना में 31 दिसंबर को बढ़ गई थी। राजस्थान में दोनों दिन में करीब दो लाख टूरिस्ट नए साल का जश्न माने पहुंचे।
एक नजारा ऐसा भी, समाज के सच्चे पहरेदारों ने पिलाया दूध
उधर, जयपुर में शनिवार को जगह-जगह लोगों को दूध पिलाने के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। धार्मिक, सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं के अलावा राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की ओर से भी प्रमुख स्थानों पर दूध पिलाने का दौर शाम 6 बजे से देर रात तक चलता रहा। इसके साथ कार्यक्रम आयोजकों ने लोगों को नशा न करने की अपील करते हुए संदेश दिया कि नशे से दूर रहो, दूध पीयो और स्वस्थ रहो।