Herbal Farming: खेती आज भी फायदे का धंधा है जनाब, बस इस तरीके से करना होगा सिर्फ 15 हजार इनवेस्ट
हिसार. सालभर से खेती सुधार कानूनों को वापस करवाने के लिए देश के किसान संगठन आंदोलनरत हैं। इनका कहना है कि देश की सरकार की नीतियों के चलते खेती अब फायदे का धंधा नहीं रहा, लेकिन ऐसा नहीं है। सही से काम करके किसान भाई अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। जरूरत है तो परंपरागत खेती के तरीके से बाहर निकलने की। आज Shabda Chakra Media एक ऐसी फार्मिंग (Farming) के बारे में बता रहा है, जिसमें खेत बोने की जरूरत नहीं है। इसे आप कॉन्ट्रैक्ट पर भी ले सकते हैं। ये बिजनेस है मेडिसिनल प्लांट की खेती का।
असल में नैचुरल प्रोडक्ट और मेडिसीन का बाजार इतना बड़ा है कि इसमें लगने वाले नैचुरल प्रोडक्ट्स हमेशा मांग में रहते हैं, तो क्यों ना मेडिसिनल प्लांट की खेती के बिजनेस में हाथ आजमाया जाए। इसमें लागत तो कम है ही और लंबे समय तक कमाई भी सुनिश्चित होती है। मेडिसिनल प्लांट की खेती के लिए न तो लंबे चौड़े फार्म की जरूरत है और न ही इन्वेस्टमेंट की।
इन चीजों की कर सकते हैं खेती
ज्यादातर हर्बल प्लांट जैसे तुलसी, आर्टीमीसिया एन्नुआ, मुलैठी, एलोवेरा आदि बहुत कम समय में तैयार हो जाते हैं. इनमें से कुछ पौधों को छोटे छोटे गमलों में भी उगाए जा सकते हैं। इनकी खेती शुरू करने के लिए आपको कुछ हजार रुपए ही खर्च करने की जरूरत है, लेकिन कमाई लाखों में होती है। इन दिनों कई ऐसी दवा कंपनियां देश में है जो फसल खरीदने तक का कांट्रेक्ट करती हैं, जिससे कमाई सुनिश्चित हो जाती है।