फूट गया हिंदू नेता सुभाष गोरिया को धमकी देने वालों का भांडा; 3 शिवसैनिकों और एक दूधिये पर हो सकता है Action
- पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल को हिन्दू नेता सुभाष गोरिया सबूतों के साथ मिलकर दे चुके हैं शिकायत, खालिस्तानी संदीप सिंह से हुई बात की रिकॉर्डिंग में आए थे नाम
जालंधर. जालंधर के हिंदू नेता सुभाष गोरिया और उनके परिवार को धमकी देने वालों का भांडा फूट गया है। गजब की बात है कि सुभाष गोरिया को धमकी देने वालों में कई तो शिवसेना नेता बताए जा रहे हैं। हालांकि इनके साथ एक दूध वाला भी मिला हुआ है। इनकी शिकायत हिन्दू नेता सुभाष गोरिया ने पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चाहल को मिलकर सबूतों के साथ पहले ही दे चुके हैं। पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की जांच डीसीपी अंकुर गुप्ता को सौंप रखी है, जिस दौरान यह खुलासा हुआ है। उधर, सुभाष गोरिया ने कहा, ‘मुझे पुलिस जांच पर पूरा भरोसा है कि हर हाल में इंसाफ मिलेगा’।
बता दें कि सुभाष गोरिया ने दो बार लोकसभा, दो बार विधानसभा चुनाव भी शिवसेना पार्टी से लड़े हैं। इससे कहीं ज्यादा बड़ी बात यह भी है कि वह बरसों से भ्रष्टाचार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं। साथ ही समाजसेवा के कामों में भी अग्रणी लाइन में रहते हैं। पहले शिवसेना बाल ठाकरे के प्रवक्ता रहे चुके और हाल ही में शिवसेना राष्ट्रहित छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके सुभाष गोरिया के परिवार को आतंकी संगठन लश्कर-ए-खालसा की तरफ से समय-समय पर जान से मार दिए जाने की धमकियां आती ही रहती हैं। पहले अप्रैल 2022 में तो फिर नवंबर में भी उनके परिवार को धमकाया गया। दिसंबर में जांच के बाद जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने मामला दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू करने की बात कही, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि 23 नवंबर को उन्हें विदेशी नंबर से कॉल आई और जान से मारने की धमकी दी गई। इसे लेकर पीड़ित ने थाना-5 में शिकायत दी थी। 27 नवंबर को उन्हें सोशल मीडिया पर खालिस्तानी रैफ्रैंडम नाम की आईडी से जान से मारने की धमकी मिली। 29 नवंबर को उन्हें दोबारा जान से मारने की धमकी दी गई। इस संबंध में थाना डिविजन 5 में धारा 506 के तहत केस दर्ज किया गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि पुलिस की तरफ से इंटरनैट का सर्वर चैक करवाने की बात कही गई थी कि यह कहां से चल रहा था। पुलिस के ढीले रवैये का नतीजा यह हुआ कि हिंदू नेता सुभाष गोरिया को कार्रवाई की मांग को लेकर गोरिया धरने का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। अपने ही गोरिया कॉम्पलैक्स में धरने पर बैठे सुभाष गोरिया ने मजबूर होकर 22 दिसंबर 2022 को आत्महत्या की कोशिश कर डाली। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने गोरिया के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया। पत्नी, भाई, बेटे और खुद को पंजाब छोड़ देने और ऐसा नहीं करने की स्थिति में जान से मारने की धमकी मिलने के बाद हिंदू नेता सुभाष गोरिया आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थानों के चक्कर काट रहे थे। आखिर आरोपियों को गोरिया ने खुद ही ढूंढ निकाला और पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चाहल से मिलकर शिकायत दी थी। कमिश्नर ने इस मामले की जांच डीसीपी अंकुर गुप्ता को सौंप दी और अंकुर गुप्ता ने एडीसीपी-एच जगजीत सिंह सरोय को मार्क कर दी। एडीसीपी-एच जगजीत सिंह सरोय से हिन्दू नेता सुभाष गोरिया, पार्षद वरेश मिंटू, शिवसेना नेता दीपक शर्मा अपने साथियों के साथ आरोपियों पर कार्रवाई को लेकर मिले।
अब धमकी देने वालों को लेकर पुलिस की पड़ताल शिवसेना नेताओं के करीब पहुंच चुकी है। आने वाले दिनों में जालंधर के 3 बड़े शिवसेना नेताओं और एक दूध बेचने वाले के ऊपर कार्रवाई हो सकती है। इस संबंध में सुभाष गोरिया से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि जो शिवसेना नेता उन्हें (गोरिया को) जान से मारने की धमकियां विदेशी और लोकल नंबरों से दिलवाते थे, उनके संबंध में धमकी देने वाले संदीप सिंह खालिस्तानी ने वीडियो कॉल करके संकेत दे दिया था। संदीप सिंह खालिस्तानी की सारी वीडियो रिकॉर्डिंग और वाइस मैसेज पुलिस को सौंप दिए गए हैं। पुलिस जांच पर पूरा भरोसा है कि हर हाल में इंसाफ मिलेगा। इस अवसर पर शिवसेना राष्ट्रहित के राष्ट्रीय प्रभारी दीपक शर्मा, सनी राजपूत,राजीव वर्मा आदि भी मौजूद थे।