जान जोखिम में डाल दरिया में उतरी एक्साइज विभाग की टीम; 14400 लीटर लाहन की बरामद
- एक्साइज विभाग के पास दरिया में जाने के लिए नहीं है अपना बेड़ा नहीं, शराब ठेकेदार के रहम-ओ-करम पर दरिया में उतरती है विभाग की टीम
- इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह ने कहा-पुलिस फोर्स की कमी भी खलती है अवैध शराब की बरामदगी के वक्त, माफिया लोग झुंड बनाकर करते हैं हमला
फिरोजपुर. पंजाब के पाकिस्तानी सरहद से सटे जिला फिरोजपुर में एक्साइज विभाग की टीम ने इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में सतलुज दरिया के उस पार रेड करते हुए 14400 लीटर अवैध लाहन बरामद की है। इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह और उनकी टीम अपनी जान जोखिम में डालकर दरिया में उतरी। इस जोखिम की वजह यह है कि एक तो विभाग के पास अपनी किश्ती नहीं है और दूसरा इनके साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस का सुरक्षा दल नहीं था। इतना ही नहीं, दरिया के अंदर खतरनाक जीव-जंतुओं का खतरा था सो अलग। गनीमत रही कि छापा मार टीम को देखकर शराब निकालने वाले लोग भाग गए। नहीं तो शराब माफिया के द्वारा हमला किए जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सका। अब सरकारी व्यवस्था को लेकर खासे सवाल उठ रहे हैं।
एक्साइज विभाग के इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने हबीबके पत्तन एरिया में रेड की है, जहां टीम को देखते ही शराब निकालने वाले लोग अपना सामान छोड़कर भाग गए। इसके बाद विभाग की टीम ने किश्ती में सवार होकर करीब 10 किलोमीटर का एरिया खंगाला और भारी मात्रा में (14400 लीटर) अवैध लाहन बरामद करके उसे वहीं नष्ट कर दिया। उधर, खास बात यह रही कि इस अभियान के दौरान विभाग की टीम की जान जोखिम में थी। दरिया में खतरनाक जीव-जंतुओं का खतरा रहता है। साथ ही एक एक ओर टीम पर हमला होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, वहीं इससे भी बड़ी बात यह भी है कि इस कार्रवाई में शामिल अधिकारियों के पास पानी में जाने के लिए बेड़ा तक नहीं था, जो यही ठेकेदारों की तरफ से लिया गया है। अगर यही बेड़ा विभाग के पास होता तो इससे भी ज्यादा लाहन विभाग बरामद कर सकता था। इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह ने खुद माना है कि इस 4 घंटे की मशक्कत के बीच उन पर हमला होने की पूरी गुंजाइश थी, लेकिन इसके बावजूद डटे रहे और आखिर में अवैध वाहन को नष्ट किया।
इस वजह से जोखिम में होती है छापा मार टीम की जान
इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह ने बताया कि अवैध शराब की बरामदगी के लिए उन्हें पुलिस फोर्स की कमी काफी खलती है, क्योंकि अवैध शराब माफिया के गुंडे झुंड बनाकर हमला कर देते हैं। ऐसे में सुरक्षा की जरूरत होती है। कुछ दिन पहले एक रेड के दौरान ऐसा हो भी चुका है। नशा तस्करों ने एक्साइज विभाग के अधिकारियों की गाड़ियां भी तोड़ दी थी। उन्होंने सरकार से मांग की की सीमावर्ती जिले के दरिया में बनने वाली इस अवैध वाहन को पकड़ने के लिए उन्हें ज्यादा मात्रा में पुलिस सुरक्षा एवं बेड़े दिए जाएं, ताकि वह नशे के सौदागरों का नैक्सएस तोड़ सकें। उन्होंने कहा कि अगर यह नशा शहर में पहुंच जाता तो न जाने कितनी जिंदगियों को बर्बाद करता?