Punjab Police के अफसर को भारी पड़ा Drugs Smugglers का साथ; AIG राजजीत हुंदल को पंजाब सरकार ने किया Dismiss
- जून 2017 में STF ने 4 किलो हैरोइन के साथ किया था कपूरथला में CIA प्रभारी इंद्रजीत को गिरफ्तार
- AIG राजजीत हुंदल पर है इंस्पैक्टर इंद्रजीत के साथ मिलकर नशा तस्करों से सांठगांठ करने का आरोप
- हाईकोर्ट की बनाई SIT ने 15 फरवरी 2023 को सौंपी थी लिफाफा बंद रिपोर्टस, CM ने ट्वीट से दी हुंदल की बर्खास्तगी की जानकारी
चंडीगढ़. पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने सोमवार को पुलिस के एक बड़े अफसर को नौकरी से बर्खास्त किया है। यह नाम है AIG राजजीत सिंह का, जो पहले पुलिस अधीक्षक (SP) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रहते हुए ड्रग्स रिकवरी के मामले में आरोपी रहा है। खास बात यह भी है कि पंजाब में किसी सीनियर अफसर को नौकरी से बर्खास्त कर दिए जाने की इतनी बड़ी कार्रवाई पहली बार हुई है।
दरअसल, जून 2017 में कपूरथला में क्राइम इन्वैस्टीगेशन एजैंसी (CIA) प्रभारी के रूप में कार्यरत इंद्रजीत स्पैशल टास्क फोर्स (STF) ने 4 किलो हैरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। इंद्रजीत शुरू में एक हैड कॉन्स्टेबल था, लेकिन राजजीत सिंह हुंदल से निकटता के कारण रैंक और सैलरी में खासी उन्नति मिली। बाहरी तौर पर इंद्रजीत नशा तस्करी पर नकेल कसने वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता था, लेकिन बाद में पता चला कि वह डबल-क्रॉसिंग एजैंट है।
इंस्पैक्टर इंद्रजीत के साथ करीबी होने के कारण STF के चीफ ADGP हरप्रीत सिंह सिद्धू ने राजजीत सिंह (उस वक्त मोगा के एसएसपी) को समन जारी किए थे, दो बड़े अधिकारियों की तरफदारी के चलते वह पूछताछ से बच गया। आखिर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान के आधार पर एसआईटी का गठन किया। हाल ही में 2 महीने पहले 15 फरवरी 2023 को हाईकोर्ट को तीन लिफाफा बंद रिपोर्ट मिली। इन्हीं रिपोर्ट्स के आधार पर अब पंजाब सरकार ने कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट किया है कि नशा तस्करी में किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। सीलबंद लिफाफे की रिपोर्ट खोलने के बाद पंजाब पुलिस सेवा (PPS) अधिकारी राजजीत सिंह को नशा तस्करी के केस में नामजद करके उसे तुरंत नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
पंजाब सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, एसआईटी में शामिल तीन भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों अध्यक्ष सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय, सदस्य प्रबोध कुमार और कुंवर विजय प्रताप सिंह (अब एमएलए) की रिपोर्टों में उल्लेख है कि एआईजी राजजीत हुंदल ने पुलिस अधीक्षक (SP) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रहते हुए नशा तस्करों की मदद की। रिपोर्टस में कहा गया कि पूर्व एसएसपी राजजीत सिंह हुंदल और इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह (जो इस वक्त जेल में है) नशा तस्करों के साथ मिले हुए थे।