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सब्जी मंडी में काम करता है मोहल्ला धर्मपुरा विकास हांडा, पिता चरण दास हांडा दशकों पहले लड़ चुके भाजपा से विधानसभा चुनाव
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14 मार्च की रात घर लौटते वक्त श्मशान घाट के पास हुई वारदात, आरोप-लुटेरों की पहचान बताने के बावजूद नहीं की स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई
राजेश मेहता/फिरोजपुर
पंजाब के सरहदी जिला फिरोजपुर के मुख्यालय यानि फिरोजपुर सिटी में बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता के बेटे के साथ लूटपाट की घटना और इस संबंध में स्थानीय पुलिस की लापरवाही की बात सामने आई है। इस बारे में भुक्तभोगी युवक का कहना है कि जब वह काम से लौट रहा था तो 4-5 बदमाशों ने घेरकर उससे उसका मोबाइल फोन और पर्स छीन लिया। पर्स में 21 हजार रुपए और अहम दस्तावेज भी मौजूद थे। पीड़ित का आरोप है कि शिकायत दिए जाने के 3 दिन बाद भी पुलिस ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है। अब इस मामले में बड़े अफसरों को भी शिकायत की गई है।
पीड़ित युवक की पहचान फिरोजपुर सिटी के धर्मपुरा निवासी विकास हांडा पुत्र चरण दास हांडा के रूप में हुई है। चरण दास हांडा दशकों पहले से परिवार भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ नेता हैं और विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 15 मार्च को थाना सिटी की पुलिस को दी शिकायत में विकास हांडा ने बताया कि वह सब्जी मंडी में काम करता है। 14 मार्च की रात करीब 8 बजे वह काम से वापस लौट रहा था तो रास्ते में श्मशान घाट के पास 4-5 बदमाशों ने उसे घेर लिया। उन्होंने उससे उसका REALME C-11 मोबाइल फोन और पर्स छीन लिया। उसने बताया कि पर्स में करीब 21 हजार रुपए और जरूरी दस्तावेज थे। इस छीनाझपटी में आरोपियों ने उसे चोटिल भी कर दिया।
मोबाइल फोन के IMEI नंबर 805313058099251, 865313058095244 और उसमें चल रहे एयरटैल कंपनी के मोबाइल नंबर 7658859131 की जानकारी देते हुए विकास ने पुलिस से मोबाइल फोन को ट्रेस करने के लिए विनती की थी, लेकिन अब उसका आरोप है कि शिकायत के तीन दिन बाद भी थाना सिटी पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
शिकायतकर्ता विकास का तो यहां तक भी कहना है कि उन्होंने वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान भी पुलिस को बता दी है, लेकिन बावजूद इसके स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। अब इस मामले को बड़े अफसरों के संज्ञान में लाया गया है। पुलिस अधिकारियों से अपील की है कि लुटेरों पर केस दर्ज करके सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
उधर, सूत्रों की मानें तो इस मामले में साफ तौर पर स्थानीय पुलिस की तरफ से ढील बरती जा रही है। केस दर्ज करना तो दूर की बात, लेकिन पीड़ित की तरफ से दी गई शिकायत को ही गुम कर दिया। जैसे ही शिकायतकर्ता ने उच्चाधिकारियों के सामने अपनी बात रखी, आनन-फानन में इस संबंध में थाना सिटी ने इस संबंध में कार्रवाई की कोशिश शुरू कर दी है। हालांकि शिकायत का गुम हो जाना बड़ी चिंता का विषय है।