शब्द चक्र न्यूज/फिरोजपुर
पाकिस्तान की सरहद से सटे शहीदों के नगर फिरोजपुर से बड़ी ही शर्मनाक घटना इन दिनों चर्चा में है। यहां हिंदू-सिख धर्म के साथ चंद रुपल्ली के लालच में अपने ही धर्मावलंबी ने गद्दारी की थी। अब तक की पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इस अधम ने एक पादरी के कहने पर दोनों धर्मों के पवित्र चिह्न यहां-वहां फैंके थे। हालांकि फिलहाल गहन जांच का क्रम जारी है।
बता दें कि बीते दिनों सिख स्टूडैंट फैडरेशन मैहता के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष भाई जसपाल सिंह को गांव इच्छेवाला के नजदीक मोड पर स्थित गिलको वैली के सीवरेज के पास कूड़े के ढेर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब का गुटका स्वरूप, कृपाण, कत्ल किए गए केश, सिख पंथ से संबंधित दूसरे पवित्र चिह्न और हिंदू देवी-देवताओं के स्वरूप फैंके जाने की सूचना मिली थी। मौके पर यह सब पापी घटना देखने के बाद भाई जसपाल सिंह ने पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद फिरोजपुर थाना सदर की पुलिस टीम ने मौके का मुआयना किया और प्राथमिकी दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
इस बारे में थाना सदर फिरोजपुर के प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि धर्म की बेअदबी वाली जगह कूड़े के ढेर पर एक फोटो मिली, जो की धर्मेंद्र सिंह पुत्र राजा सिंह और उसके परिवार की है। हिरासत में लेने के बाद जब कड़ाई से पूछताछ की तो धर्मेंद्र ने पैसे के लालच में परिवार समेत धर्म परिवर्तन कर लेने और कैनाल कॉलोनी निवासी पादरी प्रदीप के कहने पर हिंदू-सिख धर्म की बेअदबी की हरकत को अंजाम दिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती छानबीन और पूछताछ के आधार पर रिखी कॉलोनी निवासी धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मुकद्दमा दर्ज कर करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा आगे की पड़ताल में और भी कोई नाम सामने आया ताे उसे भी बख्शा नहीं जाएगा।