राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
चम्बा जिले के भरमौर उप मंडल मुख्यालय पर सोमवार को एक समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। लघु सचिवालय के सभागार में हुई परियोजना सलाहकार समिति की इस त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के राजस्व, बागवानी और जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने की। इस बैठक में जनजातीय क्षेत्र भरमौर में वित्त वर्ष 2024-25 में 47 करोड़ 81 लाख 67 हजार रुपए के बजट का अवलोकन किया गया और साथ ही विकासात्मक कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। मंत्री नेगी ने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को अपने-अपने अधिकारक्षेत्र के कार्यों संबंधी महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से बनने वाली सड़कों, पुलों व अन्य निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए जगत सिंह नेगी ने विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्यों में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने और न्यूनतम समय में उन्हें पूरा करने के अलावा विभाग की भूमि से अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को बरवानी-धमेटा सड़क को 31 दिसंबर 2024 तक और राजगंधा से बड़ा भंगाल तक बनने वाली सड़क को अगले 2 साल में पूरा करने के निर्देश दिए।
बागवानी विभाग के संबंधित योजनाओं की समीक्षा करते हुए जगत सिंह नेगी ने बागवानी विभाग के उपनिदेशक प्रमोद शाह को निर्देश दिए कि वह जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु के अनुरूप बागवानी विभाग से संबंधित परियोजना रिपोर्ट बनाएं। साथ ही जिले की जलवायु भिन्नता के अनुसार संबंधित क्षेत्रों में बागवानी व्यवसाय अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित करें। इस दौरान उपनिदेशक प्रमोद शाह ने मंत्री को बताया कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर में अखरोट की पैदावार की अपार संभावना है। ऐसे में क्षेत्र में लोगों को विभिन्न किस्मों के हाई डैंसिटी के फलदार पौधे लगाने के लिए प्रेरित व प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी के साथ मंत्री नेगी ने वन विभाग को पौधरोपण की सफलता दर बढ़ाने और वनों में आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश भी दिए।
जगत सिंह नेगी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था सुधार बारे और जल शक्ति विभाग को पेयजल व सिंचाई योजनाओं में सुधार के साथ-साथ व्यापक विस्तार की ताकीद की। नेगी ने सरकार द्वारा क्रियान्वयित योजनाओं का लाभ क्षेत्र के ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों में किसानों, बागवानों एवं पशुपालकों तक सुनिश्चित बनाने के लिए कृषि, उद्यान, पशुपालन, ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और उद्योग विभाग को संयुक्त रूप से जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
कहां खर्च होगा पौने 48 करोड़ का फंड?
बैठक में मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि आईटीडीपी भरमौर में कुल 47 करोड़ 81 लाख 67 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इनमें से लोक निर्माण विभाग के माध्यम से 19 करोड़ 31 लाख 24 हजार रुपए, जल शक्ति विभाग के माध्यम से 10 करोड़ 11 लाख रुपए, वन विभाग के माध्यम से 1 करोड़ 90 लाख 60 हजार रुपए, वन विभाग (वन्य प्राणी) के माध्यम से 38 लाख रुपए, कृषि विभाग के माध्यम से 1 करोड़ 6 लाख 65 हजार रुपए, बागवानी विभाग के माध्यम से 26 लाख 70 हजार रुपए, पशुपालन विभाग के माध्यम से 39 लाख 50 हजार रुपए, मत्स्य पालन विभाग के माध्यम से 50 लाख रुपए, ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से 3 करोड़ 20 लाख, कला व संस्कृति के माध्यम से 76 लाख 30 हजार रुपए, युवा सेवाएं व खेल विभाग के माध्यम से 37 लाख 90 हजार रुपए, माउंट एंड अलाइड स्पोर्ट्स के माध्यम से 5 लाख रुपए, पर्यटन विकास के माध्यम से 61 लाख 50 हजार रुपए, टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के माध्यम से 70 लाख रुपए, लैंड रिफोरम के लिए 45 लाख रुपए, सहकारिता विभाग के माध्यम से 2 लाख 50 हजार रुपए, शिक्षा विभाग के माध्यम से 3 करोड़ 53 लाख 41 हजार रुपए, डिग्री कालेज के लिए 1 लाख रुपए, तकनीकी शिक्षा के लिए 10 लाख रुपए, एलोपैथी के लिए 3 लाख 90 हजार रुपए, आयुर्वेदा के लिए 3 लाख 90 हजार रुपए, पुलिस हाउसिंग के लिए 5 लाख 50 हजार रुपए, तहसील कल्याण कार्यालय के लिए 7 लाख रुपए, बाल विकास परियोजना कार्यालय के लिए 1 करोड़ 26 लाख रुपए, योजना विभाग के लिए 1 करोड़ 9 लाख 17 हजार रुपए और जनजातीय विकास के लिए 90 लाख 80 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुल आवंटित बजट का 38% हिस्सा खर्च किया जा चुका है।
इन-इन विभागों के अधिकारीगण रहे बैठक में उपस्थित
इससे पहले यहां पहुंचते ही मंत्री जगत सिंह नेगी और स्थानीय विधायक दो जनक राज का कार्यकारी एडीम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने स्वागत किया। बैठक में उपस्थित कुलवीर सिंह राणा कार्यकारी एडीएम भरमौर, दिवाकर सिंह पठानिया अधीक्षण अभियंता लोनिवि, राजेश मोंगरा अधीक्षण अभियन्ता जल शक्ति विभाग, राजीव कुमार अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग, उपनिदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाढ़क, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा ज्ञान चंद, राम प्रकाश क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, शुगल सिंह उपमंडल प्रबंधक एचआरटीसी, अरविंद सिंह चौहान जिला रोजगार अधिकारी,डॉ प्रमोद शाह उप निदेशक बागवानी विभाग, डॉ. मुनीष कपूर उप निदेशक पशुपालन विभाग, दीपक सैनी उप महाप्रबंधक हिमाचल प्रदेश वूल फैडरेशन, वनमंडल अधिकारी नवजात माने, डॉ. केएस जंवाल वन मंडलाधिकारी (वन्य जीव), संजीव कुमार प्रधान ग्राम पंचायत संचूई और पंचायत समिति सदस्य विक्रम सिंह सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।