कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा में दो दिवसीय ई-कॉमर्स प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
चंबा (राजेन्द्र ठाकुर). राष्ट्रीय कृषि एवम ग्रामीण विकास बैंक के सौजन्य से सेवा संस्था द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र सरू जिला चम्बा में स्वयं सहायता समूहों और किसान उत्पादक संगठनों के लिए दो दिवसीय ई – कॉमर्स प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जिला चम्बा के दूर दराज क्षेत्रों के स्वयं सहायता समूह और किसान उत्पादक संगठन के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस कार्यशाला के प्रथम दिन में चम्बा जिला विकास प्रबन्धक साहिल सवांगला, बुरांश एजेंसी शिमला से मिस गौतमी श्रीवास्तव, सिद्धार्थ लखनपाल,सेवा संस्था निर्देशक डॉ हरीश शर्मा, सपार्क संस्था निर्देशक प्रदीप आज़ाद और बैंकर प्रवीन वर्मा सहित दूसरे दिन कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा से डॉ राजीव रैना, डॉ केहर सिंह और डी आर डी से विनोद व ओम प्रकाश मुख्य रूप से मौजूद रहे।
जिला विकास प्रबंधक साहिल सवांगला ने लोगों को ई – कॉमर्स की विस्तृत जानकारी दी कि किस तरह से इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन करना है। उन्होंने लोगों को ई-कॉमर्स और ONDC से जुड़ने की विभिन्न विधियों से जागरूक करवाया। बुरांश एजेंसी शिमला से मिस गौतमी श्रीवास्तव ने बिजनेस प्लान में प्रोडक्ट,मूल्य,स्थान व उनकी प्रोन्नति की जानकारी दी कि किस तरह से हमें अपने उत्पाद की स्पष्ट योजना बनाकर बाज़ार की समझ, ब्रांड की कहानी , लाइसेंस व मार्केटिंग करने की विस्तृत जानकारी दी। सेवा संस्था निर्देशक डॉ हरीश शर्मा ने लोगों की उत्पाद संबंधी आने वाली चुनौतियों से अवगत करवाया।
इस कार्यशाला के दूसरे दिन जिला चम्बा उपायुक्त अपूर्व देवगन ने भी इस कार्यशाला में मुख्य रूप से भाग लिया।उन्होंने स्वयं सहायता समूह और किसान उत्पादक संगठन के सदस्यों का मार्गदर्शन करते कहा कि किस तरह से हमें व्यापार में अपने उत्पाद को इंटरनेट के माध्यम #chalochamba एप से अपने उत्पाद को बाज़ार में चंबा जिला के नाम से एक अलग पहचान बनाई जा सकती है ।साथ ही साथ सभी लोगों को नाबार्ड और सरकारी स्कीम से लाभांवित होने व करवाने का आश्वासन दिया।
बुरांश एजेंसी से सिद्धार्थ लखनपाल ने ई -कॉमर्स क्या है? उसके प्रकार, लाभ, चुनौतियां, ई -कॉमर्स के विभिन्न चैनल, और FSSAI लाइसेंस व पंजीकरण के बारे में जागरूक किया। और इसी के साथ उन्होंने ONDC से जुड़ने की विधियां भी बताई। इस कार्यशाला में सेवा संस्था की टीम, पांगी हिल्स के अंतर्गत आने वाले व अन्य स्वयं सहायता समूह और किसान उत्पादक संगठन के लगभग साठ सदस्यों ने भाग लिया।