‘जिंदा जल गया’ कांगड़ा का BSF जवान बैंगलुरू से काबू; चंबा पुलिस ने उठाया हैरानीजनक वजह से पर्दा
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
भोले-भाले प्रदेश हिमाचल के एक सीमा सुरक्षा बल (BSF) जवान ने अपनी ही मौत की खतरनाक साजिश रच डाली। अफसोस! साजिश झूठी निकली और भांडा फूटते देर न लगी। वजह भी बड़ी चौंकाने वाली है। पता चला है कि सच्चाई की जंग हार गया यह फौजी ऑनलाइन गेम खेलने का लती है। इसी गेम के चक्कर में इसने अपनी आमदन के अलावा 40 लाख रुपए के लोन का भी सत्यानाश कर डाला। इसके बाद पीछा छुड़वाने के लिए खुद को मरा दिखा डाला। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू से गिरफ्तार कर लिया है। यह खुलासा शुक्रवार को चंबा के पुलिस अधीक्षक (SP Chamba) अभिषेक यादव ने एक प्रैस कॉन्फ्रैंस के माध्यम से किया है।
बता दें कि बीती 30 जून को कांगड़ा जिले के गांव गेंही लगोड़ निवासी सीमा सुरक्षा बल (BSF) जवान अमित राणा (33 वर्षीय) पुत्र रघुवीर सिंह के कार में जिंदा जल जाने की खबर आई थी। इस खबर के मुताबिक 29 जून को अमित नूरपुर से चंबा जा रहा था तो चुवाड़ी के जोत के पास अचानक कार में आग लग गई और उसे बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। 30 जून की सुबह घटना के बारे में जानकारी मिली और कार से एक हड्डी बरामद हुई थी। परिजनों ने अमित के शरीर का टुकड़ा मानकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच की तो शक गहरा गया। ऐसा होने के पीछे कई कारण थे। एक तो हादसे वाली जगह पर कार की नंबर प्लेट एकदम सुरक्षित पड़ी थी। दूसरा आम तौर पर कार में आग लगने के मामले में कोई भी शख्स पूरी तरह से नहीं जलता है। करीब-करीब पूरे शरीर का ढांचा बच जाता है। तीसरा जहां हादसा हुआ, वहां काफी जगह थी।
इसी शक की तफ्तीश में पुलिस ने 29 जून की रात को जिला से बाहर जाने वाली सरकारी बसों के चालकों और परिचालकों से पूछताछ की। इसमें एक बस चालक ने रात को लंबे व्यक्ति की बस में चढ़ने की बात कही। चंबा बस अड्डे की सीसीटीवी फुटेज निकाली तो उसमें अमित राणा नजर आया। बाद में कॉल डिटेल और ऑनलाइन शॉपिंग से पूरे मामले का खुलासा हो गया, ऑनलाइन गेम की लत ने बीएसएफ जवान को आर्थिक और मानसिक तौर पर इतना दिवालिया बना दिया कि लोन चुकाने से बचने के लिए उसने अपनी मौत की झूठी साजिश रच डाली।
पुलिस ने उसके नजदीकी दोस्तों और रिश्तेदारों की डिटेल निकाली। इसमें उसका एक ट्रक चालक दोस्त पुलिस की अहम कड़ी बना। ऐसे में जवान के उसके साथ होने की संभावना बढ़ गई। पुलिस ने जाल बिछाया। तीन दिन पहले पुलिस को भनक लगी कि वह बैंगलूरू में है। चंबा से एएसआई अजय की अगुवाई में हैड कॉन्स्टेबल प्रदीप सिंह और बलविंद्र की टीम को बैंगलूरू भेजा गया।
बैंगलूरू गई चंबा पुलिस की होनहार टीम ने बीएसएफ जवान अमित राणा को उसके दोस्त के साथ पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी अमित राणा ने सारी कहानी पुलिस के सामने बयां कर दी कि तरह वह चंबा में अपनी मौत की झूठी साजिश रचकर पहले पठानकोट गया। वहां से दिल्ली गया और वहां से अहमदाबाद पहुंचा। उसका इरादा दोबारा कभी लौटकर आने का नहीं था।
चंबा के पुलिस अधीक्षक (SP Chamba) अभिषेक यादव के मुताबिक बीएसएफ जवान अमित राणा ने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलने के चक्कर में उसने बैंक से करीब 40 लाख रुपए का लोन लिया था। जब सारी रकम उड़ा दी तो अपना बैंक बैलेंस देखकर परेशान हो गया। उसने परिजनों को बताने की बजाय इस समस्या से बचने के लिए फिल्मी स्टाइल में अपनी मौत की झूठी साजिश रच डाली। फिलहाल पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है।