- बीवी-बच्चों के साथ श्याम जी के दर्शन को खाटू जा रहे थे मेरठ के धनपुर गांव के रहने वाले नरेंद्र यादव और धर्मेंद्र
- गाजियाबाद में सुबह करीब 6 बजे रॉन्ग साइड दौड़ाई जा रही स्कूल बस की टक्कर से 6 की मौत; सिर्फ बाप-बेटा बचे
गाजियाबाद. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ते गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ हाईवे पर मंगलवार सुबह एक बड़ा अमंगल हो गया। यहां एक सड़क हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। गजब की बात तो यह है कि वो हारे का सहारा, जिसके नाम के जयकारे जना-खना लगाता फिर रहा है, वो कुछ नहीं कर सका। दूसरे की गलती की वजह से पलक झपकने भर की देर में जिंदगी हार गए ये लोग इसी हारे के सहारे यानि श्याम बाबा के दर्शन करने के लिए राजस्थान के खाटू जा रहे थे। इसके साथ पुलिस प्रशासन की भी भारी लापरवाही सामने आई है। पता चला है कि परिवार के लिए काल बना स्कूल बस का ड्राइवर दारू पीकर पूरे 8 किलोमीटर तक इसे रॉन्ग साइड दौड़ाता रहा है और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रैस वे पर ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले पर कड़ी कार्रवाई का दावा करती पुलिस आज कुछ नहीं कर सकी। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैप्चर हो गई है। VIDEO देखें
मृतकों की पहचान मेरठ के इंचौली क्षेत्र के धनपुर गांव के रहने वाले नरेंद्र यादव और उनके परिवारजनों के रूप में हुई है। इनमें 45 वर्षीय नरेंद्र यादव, उनकी 42 वर्षीय पत्नी अनीता, 15 साल के बेटे करकित, 12 साल के बेटे हिमांशु, 38 वर्षीय भाभी बबीता पत्नी धर्मेंद्र और 7 साल की भतीजी वंशिका (धर्मेंद्र की बेटी) के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र और नरेंद्र दोनों भाई मंगलवार को अपने बीवी-बच्चों के साथ राजस्थान के खाटू स्थित श्याम जी के दर्शन के लिए जा रहे थे। सुबह करीब 6 बजे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रैस-वे पर गाजीपुर के थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में अकबरपुर-बहरामपुर के पास यह परिवार हादसे का शिकार हो गया।
#WATCH | RK Kushwaha, ADCP (traffic) says, “…Six people died on the spot, and two are critically injured. The bus driver was coming from the wrong direction after getting CNG from Ghazipur in Delhi. The TUV was coming from Meerut’s direction and was on its way to Gurugram. It… pic.twitter.com/2mszamt7pi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 11, 2023
बताया जा रहा है कि इनकी TUV कार की सीएनजी भरवाने के बाद गलत दिशा से आ रही एक स्कूल बस के साथ टक्कर हो गई। इस हादसे में 42 वर्षीय धर्मेंद्र और उनके 8 साल के बेटे आर्यन को छोड़कर बाकी सभी 6 लोगों नरेंद्र यादव, उनकी पत्नी अनीता, बेटे करकित, छोटे बेटे हिमांशु, बबीता पत्नी धर्मेंद्र और धर्मेंद्र की बेटी वंशिका की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण हुआ कि कार का काट-काटकर शव निकालने पड़े। वहीं इस हादसे में हैरानी की बात है कि एक ओर हारे का सहारा इन जिंदगियों को हारने से नहीं बचा सका तो इसी के साथ पुलिस प्रशासन की तरफ से भी बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है।
ये बड़ी लापरवाही है…
इस बात में कोई दो राय नहीं, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रैस वे पर गलत दिशा में चलने वालों और प्रतिबंधित वाहन के खिलाफ कार्रवाई के तमाम दावे किए जाते हैं, लेकिन Greater NOIDA के बाल भारती पब्लिक स्कूल की बस का चालक धर्मेंद्र दिल्ली से एक्सप्रैस वे पर चढ़ा और 8 किलोमीटर तक गलत दिशा में ही मौत बनकर खाली बस को दौड़ाता रहा। सुबह के समय पुलिस की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आठ किलोमीटर के दायरे में कहीं भी बस को नहीं रोका गया। एलिवेटेड रोड के पास से डीएमई पर प्रवेश करते समय पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। हालांकि यातायात पुलिस कर्मियों की ड्यूटी सुबह 8 बजे से शुरू होती है। हालांकि अलग-अलग थानों की पीसीआर व लैपर्ड के गश्त के दावे किए जाते हैं, लेकिन कौशांबी, इंदिरापुरम, क्रॉसिंग रिपब्लिक और विजय नगर थाने के भी किसी पुलिसकर्मी ने इसके बारे में सूचना नहीं दी।
बहरहाल, लापरवाही से वाहन चलाने के आरोपी बस ड्राइवर को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसके नशे की हालत में होने की बात भी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है। हालांकि इस बात की पुष्टि अभी पुलिस ने नहीं की है। इस बारे में एडीसीपी यातायात रामानंद कुशवाहा का कहना है कि हादसा बस चालक की गलती से हुआ है। हादसे में मारे गए सभी लोगों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए हैं। दूसरी ओर इस हादसे के बारे में जानकारी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।